Wednesday 30 January 2019

तभी तो वह मानव है

पशु आखिर पशु है
पशुता उसका धर्म और कर्म
नोचना और खसोटना
काटना और मारना
चिल्लाना और चिंघाड़ना
बेखौफ और डरावना

मनुष्य आखिर मनुष्य है
प्रेम और नम्रता
दया और करुणा
सहयोग और सद्भभावना
इंसानियत और मानवता

यही वजह से दोनों अलग
नहीं तो दोनों मे कोई फर्क नहीं
शरीर ही नहीं
मन है भावना है
पशुता से परे मानवता है
तभी तो वह
एक पशु है
       दूसरा मानव है

No comments:

Post a Comment