Wednesday 27 March 2019

जिंदगी हमारी है

जीवन परिपूर्ण नहीं होता
उसे बनाना पड़ता है
सब कुछ तो हमारी इच्छा से नहीं
इस जीवनरुपी गाड़ी मे कभी ब्रेक लगता है
कभी एक्सिडेंट हो जाता है
कभी ट्रेफिक मे अटक जाती है
पर चलना नहीं छूटता
गाड़ी को रोज धोकर -पोछकर चमकाना पड़ता है
उसका ख्याल रखना पड़ता है
उसे खरोंच भी नहीं आने दिया जाता
ऐसे ही नित नई ख्वाहिशें
नित नई परेशानियों का सामना
जीने की जद्दोजहद तो करनी ही पड़ती है
गाड़ी मंहगी है ,सस्ती है
पर जिसके पास है
वह उसे जान से ज्यादा संभालकर रखता है
जीवन का भी यही फलसफा है
जो है जैसा है
हमारी जिंदगी अनमोल है
हम जैसे भी है
ईश्वर की देन है इस पृथ्वी पर
हम स्वयं को बोझ न समझे
न कमतर आके
हर ट्रेफिक पर रुके
सिगनल खुलने पर आगे बढ़े
कभी ब्रेक लग भी जाए
तो फिर नये सिरे से स्टार्ट करें
एक्सीडेंट भी हुआ तो हुआ
मरम्मत कर फिर खड़े हो जाना है
अपना रास्ता खुद चुनना है
मंजिल पर पहुंचकर ही दम लेना है
जिंदगी हमारी है
जीने का तरीका भी हमारा ही होना चाहिए

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