Wednesday 21 August 2019

चंदा स्वेच्छा से

गणेश चतुर्थी का चन्दा
स्वेच्छा से जो दे उतना स्वीकार करें
उस पर पाबंदी न लगाया जाए
हमारे  सोसायटी में गणेश उत्सव मनाया जाता है
वहाँ देना ही पडता है
उसके अलावा सार्वजनिक मंडल भी आते हैं
अगर उनको कम दिया तो आनाकानी
दो सौ एक तो उतना ही चाहिए
एक सौ एक नहीं लेंगे
और वापस चले गए
मन में खटका रह गया
यह तो ठीक नहीं हुआ
हमारी श्रद्धा भी जुडी होती है
धर्मभीरू है हम
पर बाद में विचार किया
यह तो लादना हुआ जबरदस्ती
तमाम बातें है
परेशानी है
रिटायर्ड व्यक्ति हैं
पारिवारिक अडचने है
अतः कोई श्रद्धा से जो भी दे रहा है
उसे स्वीकार करें
उसमें पाबंदी न लगाया जाए

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