Wednesday 27 November 2019

जीवन भर ता थैया ता थैया

अभी बहुत कुछ बाकी है
कुछ आशा है
कुछ विश्वास है
कुछ सपने है
कुछ इच्छाएं है
उनका इंतजार है
कब आएंगे वह
कब पूरी होगी
उस लम्हे को जीना है
उसे जीने के लिए ही तो जीये जाते हैं
यह न हो तब क्या मजा जीने में
सब पूर्ण हो जाय
तब फिर बचा क्या
यही तो हमें जिंदा रखती हैं
आज नहीं तो कल सही
वह दौर भी आएगा
यह विश्वास है
कर्म पर
भाग्य पर
भगवान पर
जीने की अदम्य जीजिविषा
जकड़े रहते हैं
फिर भी खुश रहते हैं
मुक्त होना नहीं चाहते
महान नहीं मानव है हम
अनंत आशा आंकाक्षा को साथ लेकर
अंत समय तक
कभी जी नहीं भरता
आज यह हुआ
तो कल कोई नया
भावनाओं के  भंवरजाल में पडे  हम
आंनदित हो झूमते है
यह हमें घूमाता है
यह हमें नचाता है
हम इसकी धुन पर ताउम्र
ता थैया ता थैया करते रहते हैं

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