Thursday 2 July 2020

भक्त और भगवान

आपने भगवान को देखा है
नहीं ना
यह प्रश्न अक्सर हमसे पूछा जाता है
अगर हम भी वही प्रश्न करें तो
देखा तो किसी ने नहीं है
यह तो भाव है
भक्त और भगवान के संबंध को देखने के लिए विशाल दृष्टिकोण चाहिए
हाँ हमारे भगवान मूर्ति में हैं
हम उनको देखते हैं
हर पल मन में संजो कर रखते हैं
मत करो सम्मान किसी का
पर अपमान का भी अधिकार नहीं
सबका अपना अपना ढंग
न प्रश्न करों
न सवाल पूछो
सृष्टि के रचयिता को प्रमाण की जरूरत नहीं
उनके भक्त ही काफी है
एक ऊपर जिसके हाथ में सब कुछ
एक नीचे जिसका हाथ खाली
उनको जोड़ रखा है भक्ति
बस भक्ति करो मन से
अपने आराध्य की
उससे डरो और किसी से नहीं

No comments:

Post a Comment