Wednesday 28 October 2020

फिर भी हाय हाय करना है

एक दिन सब कुछ छोड़ चले जाना है
यह है सबको पता
फिर भी हाय हाय करना है
कुछ साथ नहीं जाना है
सब यही रह जाना है
जाना भी अकेले ही है
फिर भी इस दुनिया के झमेले में फंस रहना है
अपने ही हाथों से सब करना है
जिंदगी को कैदखाना बनाना है
तब तक दिन काटना है
जब तक सब छोड़ नहीं जाते
माया जाल में फंस चक्कर काटना है
गोल गोल घूम फिर उसी स्थान पर आना है
सारे प्रयत्न
सारी जद्दोजहद
सब यही रह जाना है
एक दिन सब कुछ छोड़ चले जाना है
यह है सबको पता
फिर भी हाय हाय करना है

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