Monday 19 October 2020

डर डर कर जीना भी कोई जीना है

आसमान से गिरा खजूर पर अटका
भई गति सांप छछूंदर की
एक ओर कुऑ एक ओर खाई
यह तो मुहावरे हैं
मजबूरी दर्शाते हैं
न निगलते बनता है न उगलते
जीवन भर इसी असमंजस में पडा रहता है व्यक्ति
कोई निर्णय नहीं ले पाता
एक बार गिर कर ही देख लो कुएँ या खाई में
क्या जाने निकल ही लोगे
खजूर पर मत अटको
सीधे धडाम से जमीन पर गिरो
क्या होगा ज्यादा से ज्यादा जान जाएंगी
सलामत रहे तो हाथ पैर सर फूटेंगे
तो फूटने दो
जो करना है कर लो
जो कदम उठाना है उठा लो
डर डर कर जीना
इसका उसका सोचना
भविष्य की चिंता
कोई फायदा नहीं
आपके हाथ में केवल निर्णय लेना है
परिणाम भुगतने को तैयार रहो
अच्छा भी हो सकता है
किसने देखा है
सही कहा है किसी ने
डर डर कर जीना भी कोई जीना है

No comments:

Post a Comment