Wednesday 27 October 2021

हमारी जबान का स्वाद

अगर मुझे भूख लगी हो
दो ऑप्शन हो
एक बडा पाव
दूसरा फ्रूट सलाद
तब मैं क्या खाना पसंद करूंगी
मुझे लगता है
बडा पाव
यह भी पता है
यह तला है
मैले और बेसन से बना है
नुकसान दायक है फिर भी
मन है कि मानता नहीं
फ्रूट सलाद न्यूट्रीशन से भरपूर
दिखने में भी रंग-बिरंगी
अलग - अलग फलों का कांबिनेशन
पैसों में भी कुछ ज्यादा अंतर नहीं
दस रूपये में एक अमरूद आ सकता है
दो केले आ सकते हैं
तब पैसों की बात नहीं होती
यह अमीर ही खा सकता है ऐसा नहीं
हम खाना नहीं चाहते
हमारा पेट तो बडा पाव से ही भरता है
तब यह अपनी - अपनी च्वाइस
सूप से ज्यादा हमें गन्ने का जूस और लस्सी भाती है
बर्गर - पिज्जा से ज्यादा बडा पाव और पकौड़ा भाता है
अंकुरित सलाद से ज्यादा हमें भेल पुरी और सेव पुरी भाती है
बडे होटलों की अपेक्षा गली और नुक्कड़ वालों के हाथ का अच्छा लगता है
यह हाइजिन  वगैरह साइड में रख देते हैं
हमें जीभ पर चटखारे ले लेकर खाना अच्छा लगता है
बिसलरी की बाॅटल से ज्यादा प्याऊ का पानी भाता है
काॅफी शाप के बजाय रास्ते की कटिंग चाय भाती है
रुपयों का खेल तो है ही सब
लेकिन हमारे जबान के स्वाद का भी कोई जवाब नहीं।

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