Sunday 15 May 2022

हाउस वाइफ

क्या तुम वर्किंग वुमेन हो
नहीं   , घर पर ही रहती हूँ 
हाउस वाइफ हूँ 
तब तो अच्छा है
कोई भागम-भाग नहीं 
ऑफिस की झंझट नहीं 
जिम्मेदारी नहीं 
आराम से घर रहो 
घर का कितना काम 
वह तो फट से हो जाता होगा
दोपहर को आराम 
हम तो रात - दिन खटते हैं 

हाँ मैडम,  सही कह रही है 
आपका तो अपना नाम 
अपना असतित्व  , अपनी कमाई 
मैं तो बस घरेलू 
लेकिन मुझे इससे कोई गिला - शिकवा नहीं 
बहुत खुश हूँ 

मेरा काम तो बोलने पर नहीं 
महसूस करने पर नजर आता है
घर की सुघडता में 
पति के टिफिन में 
बच्चों की शिक्षा में 
आस - पडोस में 
रिश्तेदारों में 
समाज के हर भागीदारी में 

मैं ही तो प्रधानमंत्री हूँ घर की
मैं ही मुख्यमंत्री हूँ 
मैं ही तो कैशियर और एकाउंटेंट हूँ 
घर आने पर सबकी नजरें मुझ पर 
मैं न हूँ तो पूरा घर अव्यवस्थित 
तब मैं अपनी उपलब्धि क्या गिनाऊ 
मैं तो वह हूँ 
जो घर के हर सदस्य के लिए हमेशा उपलब्ध 
मैं तो घर के हर कोने में 
घर के हर सदस्य की उपलब्धि में 
उनके प्रशस्ति पत्र और मेडल में 
उनके सर्टीफिकेट में 
उनके मुख की मुस्कान में 

यह सब देख मैं भी खुश
संतुष्ट और समाधान 
मैं केवल व्यक्ति नहीं समष्टि हूँ 
प्रकृति हूँ 
हर रूप में देना 
यह उपलब्धि अगर एक हाउस वाइफ की है
तब वह किससे कम है 

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