Wednesday 14 September 2022

हमारी हिंदी

आज हिंदी दिवस है
हिंदी का दिन
आज ही क्यों 
हर वक्त ही 
हिंदी तो हमारी रग रग में बसी
उसके बिना तो हमारा अस्तित्व नहीं 
कितनी भी अंग्रेजी बोल ले
कितने भी बडे हो न जाएं 
कितना भी दबा ले
तब भी आते आते जुबां पर आ ही जाती है
भाषा जितनी इस्तेमाल होती है 
उतनी ही निखरती है
भले तोड़ मरोड़ कर
अंग्रेजी मिश्रित
दूसरी भाषाओं का प्रभाव 
फिर भी केन्द्र में हिंदी ही है
जो सबको समझ आ जाती है
किसी भी तरह बोले
कैसे भी बोले
सब स्वीकार 
आखिर माँ तो माँ ही होती है
हर रूप में बच्चों को स्वीकार 
तब आइए 
हिंदी बोलने में शर्म न करें 
जिस तरह बोले 
बोलिए 
मत झिझकिए ।

No comments:

Post a Comment