Friday 16 September 2022

मेरा भैया

तुम मेरे प्यारे  भैया
तुम्हें देख कर खुश होते दोउ नैना 
तुम से जुड़ी सबकी आस
तुम हो घर का चिराग 
भले लडते रहे झगड़ते रहें 
तुम्हारी सलामती की दुआ करते रहे
तुम्हें देख संतोष हो जाता 
इस समस्या का हल अब आएगा निकल
घर के बडे बेटे का फर्ज तुमने बखूबी निभाया 
बचपन से ही जिम्मेदारी ओढ ली
हर बात की जवाबदेही तुमसे ही
तुम अम्मा  - बाबूजी की ऑखों का तारा 
मार्कंडेय  बाबा के वंश का दीपक
तुमसे ही प्रज्वलित हो उठता सारा परिवार 
कार्यक्षेत्र में रहें सबसे भारी
बचपन में ही बडे हो गए 
घर - परिवार  , दोस्तों- रिश्तेदारों के सहायक बन गए
न जाने कितने लोगों की जिंदगियां बदली 
पारस पत्थर के समान जिन जिन को छुआ 
वे सब सुवर्ण समान बन गए
घर की कायाकल्प का जिम्मा 
समाज और परिवार में मान - सम्मान बढाना
निस्वार्थ भाव से सेवा
हर किसी की मदद को तत्पर 
हर मुश्किल घडी में ऑख तुम पर
अपने लिए समय नहीं पर दूसरों के लिए 
जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी
जीवन बीमा से शुरू हुआ सफर
न जाने कितनों की बदल दी डगर
वह तुतलाता छोटा बच्चा कब बडा हो गया 
पता ही नहीं चला
आज धाराप्रवाह बोलता है और सुनने वाले सुनते रह जाते हैं 
जिंदगी की दिशा बदल जाती है 
जीवन को नए तरीके से देखने का नजरिया हो जाता है
कर्म पथ कठिन होता है उसको सरल बनाना कोई तुमसे सीखे 
बचपन से ही जिम्मेदारी ओढ ली और आज तक अनवरत जारी है
अशोक है नाम कामताप्रसाद के बेटे का नाम
जिसको कभी कोई शोक न घेरे
भोले बाबा का आशीर्वाद बना रहें 
जिंदगी में तरक्की करते रहों 
खुशियाँ तुम्हारे कदम चूमे
यह अनमोल दिन आता रहें तुम्हें खुशियों की सौगात देता रहें 
अपने परिवार के साथ अनन्य खुशियाँ मिलें 
यही शुभकामना है कि 
आप पर ईश्वर की कृपा बनी रहें , हर वर्ष यह शुभ दिन आता रहें 
Happy birthday to you 

1 comment:

  1. अतिशय उत्कृष्ट आशीर्वाद, साधुवाद!

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