Sunday 18 September 2022

नींबू

नींबू तू है छोटा
सबको धोता 
कपडा हो या बर्तन 
पेट हो या चेहरा
सबको करता साफ
मैल निकालता और चमकाता 
है तेरे गुण बडे बडे
सलाद हो या दाल
नहीं किसी को तुझसे परहेज 
दूध से पनीर बनाने में तू ही
जिसमें तू मिल जाएं 
उसका स्वाद दस गुना बढ जाएं 
गर्मी में ठंडा करता
मुसाफिरों का मनपसंद 
स्वस्त और मस्त
नहीं किसी की जेब पर भारी 
सर्दी में भी शिकंजी बन कफ दूर करता
पोहे,  उपमा या फिर ढोकला 
परांठा हो या पेटिस
पुलाव हो या बिरियानी 
शाकाहार हो या मांसाहार 
 हरा - हरा , पीला - पीला
गोल - गोल  , छोटा - छोटा
नमक के साथ धूप में तप कर 
बन जाता अचार
छिलके में भी न जाने कितने गुण
कभी नमकीन तो कभी मीठा
बिना तेल - मसाले के भी बन जाता
गरीब हो या अमीर
सबके रसोई घर की शान बढाता
कह सकते है
मूर्ति छोटी कीर्ति बडी 

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