Wednesday 5 October 2022

Happy Vijayadashmi

अधर्म पर धर्म की
अन्याय पर न्याय की 
असत्य पर सत्य की
बुराई पर अच्छाई की 
जीत ही है विजयादशमी 
मन पर विजय करना है
मन के रावण का दहन करना है
काम,  क्रोध,  मत्सर को त्यागना है
अंहकार व्यक्ति को खत्म कर डालता है
महाज्ञानी  , महापंडित,  चारों वेदों के ज्ञाता  , शिव तांडव स्रोत के रचयिता
महान शिव भक्त रावण भी इससे अछूते नहीं रहें 
जब रावण का यह हाल
तब साधारण मानव की क्या बिसात 
सबसे दूर ईश्वर की भक्ति में रह 
विजयादशमी का पर्व मनाए 
अपने साथ औरों की भी जय
यही है विजयादशमी का संदेश 

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