Wednesday 1 April 2015

प्रकृर्ति से दोस्ती करो।

धरती को नष्ट मत करो, वह हमेशा हमें सहन करती है।
पेड़ को मत काटो, वे हमेशा हमारे मददगार रहे है।
फल - फूल, अन्न, हवा के रूप में।

मनुष्य जैसे स्वार्थी नहीं है वे।
उनको लगाया, बड़ा किया, उसका प्रतिफल ता उम्र वे देते है।

धरती और वृक्ष बचाओं, उनका रक्षण करो।
मॉ का सम्मान करो
इतना सब करने वाली मॉ की देखभाल करना हमारा फर्ज है

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