Thursday 7 April 2016

चीं चीं करती चिडियॉ - जीवन का संदेश देती

सींमेट - क्रांकिट की ईमारतों से बना जंगल
छोटी गौरया का चारा- पानीऔर आशियाना ढूडना
हर तरफ खतरा ,ऊपर चील- कौए की गिद्ध निगाहें
नीचे कुत्ते - बिल्ली शिकार की टोह में
पर उसका संघर्ष जारी है ,हार मानना नहीं
हर बार आशियाने को ध्वस्त होते हुए देखना
अंडों और बच्चों को नष्ट होता देखना
इस पर भी वह उड रही है ,फुदक रही है
चारा ढूडने और चहचहाने का काम जारी है
वैसे ही संसार के बियाबान जंगल में मनुष्य भी
स्वयं को सुरक्षित ,स्थापित करने की लडाई लडता है
पग- पग पर लोहा लेना है
शक्तशाली बनना है ,वरना जी नहीं सकता
चिडियॉ खतरों के बावजूद अपनी उडान नहीं छोडती
नाजूक चिडियॉ हिम्मत नहीं हारती
तो मनुष्य क्यों हारे
तूफान आएगा पर चला जाएगा
हॉ हम डगमगाएं नहीं
हार में भी जीत का जज्बा हो
हौसले की उडान हो
हर बाधा पार कर आगे बढ
तभी तो जीवन सार्थक होगा

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