Saturday 23 April 2016

कब तक रूलाता रहेगा यह प्याज

रसोई घर की शान है प्याज
प्याज के बिना भोजन अधूरा
शाकाहारी हो या मॉसाहारी
हर थाली की जरूरत है प्याज
छौंक लागाना हो या सलाद
पिज्जा हो या सेंडविच
सब्जी हो या चिकन
बिना प्याज के स्वादहीन
कभी प्याज के भाव आसमान पर
कभी निम्न से निम्नस्तर पर
आखिर क्यों?????
कभी यह जनता को रूलाता है तो कभी किसान को
सत्ता को पलट देने की ताकत है इसमें
सत्ता को इसने पलटा भी है
राजनेताओं को भी रूलाया है इसने
क्या इसका स्वभाव ही रूलाना है.
आज किसान रो रहा है
कभी पचास रूपये तक बिकने वाला
आज पॉच रूपये से भी कम में बेचने को मजबूर है किसान
नहीं बेचेगा तो सड जाएगा.
क्यों नहीं एक दाम तय कर दिया जाय
सरकार को भी सोचना चाहिए
कब तक यह प्याज ऑखमिचौली करता रहेगा

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