Thursday 29 October 2020

मत कहो जमाना खराब है

लोग कहते हैं कि
जमाना खराब है
तब भी तो लोग जिया करते हैं
इसी जमाने के साथ
यह कोई आज ही नहीं
कल भी था
आज भी है
कल भी रहेगा
यह वाक्य भी कहते रहेंगे
यह वाक्य भी सुनते रहेंगे
जमाना तो हमसे है
हम जमाने से नहीं
उसे जैसा बनाएं
यह तो हमारे हाथ में
हर जमाना अपनी छाप छोड़ता है
बहुत सारी बातें सिखाता है
राम - रावण से लेकर सिंकदर तक
जो हो रहा है
हम जो कर रहें हैं
यही तो जमाना है
यही द्रोपदी को निरवस्र करने का प्रयास हुआ
यही बालि ने सुग्रीव की पत्नी तारा को बलात् अपनाया
यही गांधारी  की नेत्रहीन से ब्याह हुआ जिसका परिणाम महाभारत हुआ
यही सीता का हरण हुआ
यही अहिल्या शिला में परिवर्तित हुई
यही तुलसी के साथ छल हुआ
उस समय से लेकर आज तक बहुत बदलाव
साधन संसाधन और तरक्की
हाॅ मानसिकता नहीं बदली
जब तक मानसिकता नहीं बदलेंगी
हम जमाने को दोषी ठहराते रहेंगे
तब यह मत कहिए
जमाना खराब है

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