Thursday 22 October 2020

आओ शब्दों से खेले

शब्द अपने आप में विस्तृत है
यह अर्थ है
यह कलह है
यह सांत्वना है
यह आज्ञा है
यह वजनी है
यह अक्षय है
यह निशब्द है
यह निराला है
इसमें तोड़ने और मोडने की शक्ति है
दूर और पास लाने की शक्ति है
यह वह जादूगर है
जो किसी को भी अपना बना सकता है
युद्ध करा सकता है
अलगाव करा सकता है
इसकी महिमा न्यारी
जिसने इसकी महत्ता समझ ली
वह कभी नहीं हार सकता
जब वाणी का जादू चलता है
तब बडे बडे भी वश में हो जाते हैं
यह सबसे बडा वरदान प्राप्त
वह भी केवल मानव को
हाँ उसको इससे खेलना आना चाहिए
तब तो उसकी जीत निश्चित है
आओ शब्दों से खेले
अंजानो को भी अपना बनाए

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