Tuesday 22 December 2020

आरम्भ न सही अंत ही सही

तुम पीछे तो नहीं जा सकते
जो समय गया वह गया
जो छूटा वह छूटा
जो रहा सो रहा
जो हुआ सो हुआ

शुरुआत फिर आज से ही सही
यह तो साथ है
जो करना है
जो छूटा है
जो रहा है
वहीं से

आरम्भ न सही अंत ही सही
जो बिगड़ गया वह हो गया
अब भी समय जो हाथ मे है
वह भी कम तो नहीं
कल न सही आज ही सही
अंत भला तो सब भला

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