Tuesday 12 July 2022

विश्वास

मैंने तुम पर विश्वास किया
उतना तो जितना 
स्वयं पर नहीं 
इस विश्वास को मत खोना
इसे बरकरार रखना
बहुत मुश्किल होता है
किसी पर विश्वास रखना
वह कितना नीच होता है
जो किसी का विश्वास तोडता है
हमने तो तुम्हारे लिए 
जग छोड़ दिया
यह तुम पर है
तुम इसे कायम रखने के लिए 
क्या-क्या छोड़ सकते हो 

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