Tuesday 12 July 2022

बदलाव

लोग कहते हैं इंसान बदल गया
इंसान का स्वभाव बदल गया
अब वह पहले जैसा नहीं रहा
वाकई ऐसा हैं 
शायद नहीं 
इंसान तो वही रहता है
परिस्थितियां बदल जाती है
जीवन के मायने बदल जाते हैं 
हालात बदल जाते हैं 
तब तो बदलना लाजिमी है 
गरीबी से अमीरी की ओर बढते 
शिक्षा और सफलता 
ओहदे और पद की बढोतरी 
मकान और संपत्ति 
और न जाने क्या-क्या 
साला मैं तो साहब बन गया
    साहब बन के कितना तन गया 
हाँ इतना सब होने के बाद भी कुछ लोगों में गर्व और घमंड नहीं आता
बस इंसान न बदले 
नीचे से ऊपर जाना तो सबका हक है 
क्यों कोई इससे वंचित रहें। 

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