Friday 14 October 2022

कृष्ण --16

वृष्णीनां वासुदेवों स्मि पांडवानां धनंजयः ।
मुनीनामप्यहं व्यासः  कवीनामुशना कविः  ।।


मैं वृष्णिवंसियों में वासुदेव
पांडवों में अर्जुन हूँ
मैं समस्त मुनियों में व्यास
तथा महान विचारकों में उशना हूँ। 

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