Friday 14 October 2022

करवा चौथ का व्रत क्या हुआ

करवा चौथ का व्रत क्या हुआ 
नाज नखरों का दौर शुरू हुआ
सुबह से ही मनुहार 
सरगी के साथ जो शुरू हुआ 
पूरा दिन उसी में लगा रहा
तैयारियां तो हफ्ते भर से
मैं श्रीमती जी के पीछे-पीछे 
बस दाम की बात होती
तब श्रीमती जी देखती और इशारे करती
मैं भुगतान कर देता
यह तो भुगतना ही है जो लंबी आयु जीना है
गिफ्ट भी देनी है 
उसका भी बजट बनाना है
कुछ ऐसे वैसा दे नहीं सकते
अनमोल जीवन के बदले मूल्यवान उपहार 
वह भी हो गया
अब आई संझा की बारी
चांद देखना है
मैं सब काम - धाम छोड़ फिर पीछे हो लिया
अब इंतजार है चांद का
वो चांद देखे जा रही मैं उनको देखे जा रहा
वाकई गजब की है यह रात
आखिर जल ग्रहण किया उन्होंने 
तब मेरी जान में जान आई
सुबह से आफत में फंसी जान
अब छुटकारा मिला
उम्र लंबी हुई या नहीं 
पर यह दिन बहुत लंबा हो गया 

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