Sunday 2 October 2022

मेरी दुनिया

किसी के जाने से दुनिया खतम नहीं होती
आपकी जो दुनिया है वह ही चली जाएं तब
जीता तो है हर हाल में 
वह जीना भी कोई जीना है
एक रिक्तता और खालीपन 
उसको भरना असंभव 
वह जगह तो कोई नहीं ले सकता
ऊपर से सब ठीक दिखता है
हंसना - मुस्कराना भी
बतियाना भी
वह सब एक आह के साथ
अफसोस के साथ
दुनिया है तब भी आपकी दुनिया तो नहीं 

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