Friday 24 January 2020

बस इतना ही

हम तो वह शख्स है
जहाँ बैठ जाय
वहाँ महफिल जम जाय
हंसी के ठहाके लगने लगे
बहस छिड़ जाय
लोग ध्यान से सुनने लगे
समझने लगे
रूचि लेने लगे
विषय कोई भी हो
हर विषय लाजवाब हो जाय
धर्म और जाति का भेद मिट जाए
भाषा कोई भी  हो
सब सामंजस्य हो जाय
बस भावना हो
दोस्तों का संग हो
खुशी का माहौल हो
मिजाज भी साथ हो
बस ज्यादा कुछ नहीं
इतना ही काफी है

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