Wednesday 23 December 2020

दोस्त बडा प्यारा था

वह वफादार था
मेरा प्यारा था
अनाथ था
मैंने उसे अपनाया था
पाला पोसा था
वह मेरे हर सुख - दुख का भागीदार था
वह रहता था
तब मैं निश्चिंत रहता था
नहीं किसी का डर
चोर - उच्चको का तो दुश्मन नंबर वन
उठते - बैठते
खाते - पीते
सोते - जागते
हर समय साथ रहता
लाड लडाता
पूंछ हिलाता
दूसरों को देख तो भौ भौ
मुझे देख कूं कूं
लगता था खूंखार
मन का था भोला
पशु था पर मानव से बढकर था
दोस्त बडा प्यारा था
आज वह नहीं रहा
मुझे छोड़ चला गया
याद रह रहकर उसकी आती है
जान गए कि वह कौन था
वह मेरा टाॅमी प्यारा था
कहने को तो कुत्ता था
लेकिन दोस्त बडा प्यारा था

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