Saturday 30 October 2021

मैं और तुम से हम

वैसे तो दिखते तो हम अलग- अलग है
वैसा हैं नहीं
मुझमें तुम तुममें मैं
यही है जिंदगी की हकीकत
एक की पसंद दूसरे की पसंद
एक की परेशानी दूसरे की परेशानी
एक का दर्द दूसरे का दर्द
साथ नहीं फिर भी साथ-साथ
ऐसे ही दशकों बीत गए
कब तुम और मैं से
हम , हम हो गए
तुम्हारी खुशी मेरी खुशी
मेरी खुशी तुम्हारी
उम्र के इस मोड़ पर तेरा  - मेरा नहीं रहा
शिकवे - शिकायत नहीं रही
बस एक - दूसरे की फिक्र है
जब तक तुम तब तक मैं
तब तक ही हम

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