Thursday 28 April 2022

स्वतंत्रता

छोडो मेरा हाथ
मैं करूंगा छप छप
पानी बोलेगा छम छम
बकेट में  मत रखों 
मुझे बंधन पसंद नहीं 
वैसे इसे भी बंधन पसंद नहीं 
यह बहता रहता है 
तभी उछाल मारता है
मैं खेलता रहता हूँ 
तभी खुश रहता हूँ 
पानी की कहो
बच्चे की कहो
सबको स्वतंत्रता प्यारी है
उससे यह हक मत छीनो 

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