Thursday 26 September 2019

मोदीजी को Father of India कहना ????

ये तो हमारे पिता समान है
जितना कोई पिता नहीं करेगा उससे ज्यादा इन्होंने किया
यह हम अक्सर सुनते हैं
चाचा ,मामा ,फूफा ,ताऊ या किसी रिश्तेदार या दोस्त के लिए
अगर ट्रम्प ने कह ही दिया तो क्या फर्क पड गया
देश का सबसे बडा नेता जिसके कंधों पर जनता की जिम्मेदारी
अगर वह अपनी जनता का ख्याल पिता बन कर रख रहा है और उनका भला बुरा सोच रहा है
विकास की ओर ले जा रहा है
उनकी मुश्किल आसान कर रहा है
बुराई को मिटा रहा है
वह किसी एक के लिए नहीं सभी के लिए अच्छा है
महात्मा गांधी राष्ट्रपिता है और रहेंगे
उनका ओहदा नहीं छीना है
न उनसे तुलना की है
बस कहा है
उनके शब्दों को किस तरह से लिया जाय
यह तो व्यक्ति पर निर्भर है
अगर हर नेता देश को अपना घर
जनता को अपनी संतान समझने लगे
तब तो सारा बवाल ही खत्म
एक सौ इक्कीस करोड़ भारतीयो के प्रधानमंत्री
उनकी चिंता
उनका विकास
इस विश्वास के साथ जिम्मेदारी
और अगर प्रधानमंत्री इसे निभा रहे हैं तब तो वह इसके हकदार बनते ही है
प्रजा राजा की संतान ही होती है
प्रजातंत्र के सबसे बड़े देश के मुखिया है मोदी
सभी नेताओं को संतान ,घर ,परिवार ,रिश्ते ,जाति ,धर्म से ऊपर उठकर देश को अपना घर
जनता को अपनी संतान समझना होगा
तब कोई भी पिता तुल्य कहला सकता है
मोदी जी का प्रयास जारी है
तभी तो प्रेम भी प्राप्त हो रहा है
Father  of India  कहलाने के हकदार वे है
इसमें क्या बात बनाना
बात बनाने से बेहतर देश बनाने में मोदी का साथ दे
उनके साथ विकास का भागीदार बने

No comments:

Post a Comment