Tuesday 27 October 2020

हंसते हुए जाना

रोते हुए आना हंसते हुए जाना
यह है जिंदगी का फंडा

जब नवजात बाल का रोता हुआ आगमन होता है
तब माता के चेहरे पर एक हंसी और मुस्कान

जब बेटी की बिदाई होती है
तब उस समय का दृश्य
हंसी और खुशी के साथ ऑसू

जब कोई परीक्षा परिणाम मननुसार आता है
तब भी ऑसू की झिलमिलाहट में हंसी

जब प्रेमी और प्रेमिका को एक दूसरे को देखते ही
चेहरे पर हंसी और मुस्कराहट

जब दोस्तो का जमघट हो
बिना कारण खिलखिलाहट
वह होती है जवानी की हंसी

जब अपनों से भेंट होती है
उपहार प्राप्त होते हैं
गले और हाथ मिलते हैं
वहां हंसी संपूर्ण रूप में विद्यमान

कब हंसना और कब न हंसना
इसके भी कुछ पैमाने है
एक मुस्कान और हंसी दिल जीतने का माद्दा रखती है
हंसने में कुछ बिगड़ता नहीं
बल्कि स्वास्थ्य भी सुधरता है

आए थे भले रोते हुए
जाइए हंसते और हंसाते हुए
आपकी याद में ऑसू के साथ मुस्कान आ जाए
तब समझना आपने जीवन जी लिया

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