Monday 14 November 2022

हर फूल अलग-अलग

हर फूल अलग-अलग 
हर फूल का स्वभाव और मिजाज अलग-अलग 
हर फूल का रंग और सुगंध अलग-अलग 
हर फूल के गुण और विशेषता अलग-अलग 
जो भी है सब महत्वपूर्ण है
अपनी - अपनी जगह सबकी अहमियत 
यही तो बात बच्चों पर
सब एक - दूसरे से जुदा- जुदा
 किसी की बगिया के फूल हैं 
उनकी अपनी एक खुशबू है
उनको खिलने दिया जाएँ 
पलने और बढने दिया जाएं 
तभी तो वे निखरेगे 
कमाल करेंगे 
किसी से किसी की तुलना नहीं 
कोई  बंजर धरती में 
कोई बगीचे में 
कोई गमले में 
खिलना तो इनको है
शोभा तो बढाते ही हैं 
उपयोगी भी होते हैं 
कोई ईश्वर के चरणों में 
कोई औषधि में 
कोई गुलदस्ता में 
कोई प्रेमिका के गजरे में 
और न जाने किन - किन रूपों में 
बस उनको खाद - पानी - मिट्टी मिले 
यह उनका हक है
तब देखो 
यह कैसे खिलते हैं 
मुस्कुराते हैं 
खिलखिलाते हैं 

No comments:

Post a Comment