Sunday 3 May 2015

विदेश में बोलते समय भारत के गौरव का ध्यान रखे ॥

                                                   

जब हम भारत से बहार जाते है तो हमारे साथ हमारे देश का गौरव जुड़ा हुआ होता है
दूसरे देश में जाकर अपने देश की बुराई करने से बचना चाहिए
समस्या हमारे घर की है उसको सार्वजनिक करने से हमारा ही मजाक बनेगा
फिर वह चाहे कोई भी हो , साधारण व्यक्ति से लेकर भारत के प्रधानमंत्री तक
समस्याओ का ढिंढोरा पीटने की अपेक्षा उसको कैसे दूर करना है
यह आपस में मिलकर सभी को सुलझाना चाहिए
भ्रस्टाचार हो या अस्वछ्ता उसमे दूसरा देश कुछ नहीं कर सकता ।


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