Thursday 18 April 2019

वह है न साथ

जिस समय मैं अकेला महसूस करती हूँ
लगता कोई नहीं है मेरा
तब अचानक लगता है
ईश्वर तो है मेरे साथ
सारी दुनिया क्या कर लेंगी
जब दुनिया बनाने वाला ही साथ है

जब महसूस करती हूँ
मेरे पास कुछ नहीं है
तब लगता है ईश्वर ने बहुत कुछ दिया है
इतनी नायाब जिंदगी दी है
सही सलामत हाथ -पैर दिए हैं
तब और किसी चीज की दरकार क्यों ??

जब मैं असहाय और असमर्थ महसूस करती हूँ
तब लगता है संसार का पालनहार मेरे साथ है
फिर क्या जरूरत है
वह तो हमें मजबूती से थामे हुये हैं

जब मैं भविष्य के प्रति चिंतित होती हूँ
तब महसूस होता है
भाग्य तो लिखने वाला वह है
जो करेंगा वह अच्छा ही करेंगा

जब अपनी और अपनों की सुरक्षा के प्रति सोचती हूँ
डरती हूँ
तब महसूस होता है
वह तो हर जगह है
उसकी मर्जी से तो पत्ता भी नहीं हिलता
रक्षक ही रक्षा करेंगा
जब वह है साथ
तब डर ,चिंता ,तनाव से मुक्त हो
सब विधाता पर छोड़ दीजिए

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