Friday 29 November 2019

रिश्ते सत्ता के

सत्ता के गलियारों में रिश्ते क्या कहते हैं
हर रिश्ते की एक अलग कहानी
हर रिश्ते का अंदाज नया
यही से रिश्ते बनते हैं बिगडते है
नई पहचान बनाते हैं
कुछ टूटते हैं
कुछ जुड़ते हैं
कुछ बिगडते है
कुछ जुगाड़ करते हैं
कुछ जुडाव में रहते हैं
कुछ दिखावा करते हैं
कुछ अभिनय करते हैं
जैसा भी है
हर रिश्ता कुछ बयां करता है
क्योंकि यह सत्ता का खेल है
हर कोई खेलना चाहता है
और जो जीत गया
तब सत्ता उसके सर पर चढ बोलती है

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