Saturday 24 October 2020

वास्तविक बने

यह नास्तिक है
ईश्वर को नहीं मानता
वह आस्तिक है
दिन रात ईश्वर की उपासना में मग्न
व्यक्ति को इसी हिसाब से ऑका जाता है
भगवान सब देख रहा है
सही है भाई
वह सर्वशक्तिमान है
उसकी दृष्टि से कोई बच नहीं सकता
कर्मफल तो भोगना ही है
लाख उपासना कर लो
भजन कर लो
मालाफूल चढा लो
दान बाॅटो
फिर भी हिसाब तो होगा ही
आज नहीं अगले जन्म में
ईश्वर की सत्ता तो है
नास्तिक भी हो तो क्या ?
प्रकृति को तो नकारा नहीं जा सकता
यह तो प्रमाण है
कोई शक्ति है जो संचालन करती है
भाग्य , ज्योतिष , राशि
सब इसके ही भाग है
कल से तो सब अंजान
कल क्या पल में क्या हो
यह भी तो किसी को नहीं पता
तब यह सब चक्कर छोड़
वास्तविक बनने की कोशिश करें
जो सत्य है वह है
जैसे हैं वैसे हैं
स्वीकार करें
अपनी खामियों को
अपनी गलतियों को
जो हुआ सो हुआ
अब वास्तव के धरातल पर उतर आए
जितनी जल्दी हो सके उतना ही अच्छा

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