Tuesday 21 June 2022

मेरे बाबूजी

मेरा बाप सबसे खास
उसकी हर बात मुझे याद

अपने आप में रहना
ज्यादा किसी से माथाफोडी नहीं करना

न लेना न देना
मगन रहना

दोस्ती अपने बराबरी वालों से करो

जहाँ इज्जत न हो वहाँ मत जाओ

किताबों में लगे रहो
शिक्षा से बडा कोई साथी नहीं
हार नहीं मानो 
पढते रहो , फेल तो फेल
पर पढाई मत छोड़ो

अपने आप को कम मत समझो

हम जो कर सकते हैं वहीं करें
किसी से अपनी तुलना न करें

पैसा न हो तो
कोई नहीं पूछता

अपनी संतान से प्यारा और बहूमूल्य कुछ भी नहीं

ज्यादा अपेक्षा मत करो
दुख के सिवा कुछ नहीं हासिल होगा

धोखा खा लो पर
किसी को धोखा मत दो

भले सौ लोग एक तरफ हो तुम अकेले
तब भी सच झूठ नहीं हो जाता

ईमानदारी और सच्चाई के रास्ते पर चलो
बेईमानी कभी फलती नहीं है

सादा जीवन उच्च विचार

किसी के कपड़ों और सादगी से उसका मूल्यांकन मत करो

शेक्सपियर वाला वाक्य उनकी पसंद
औरत अच्छी तो स्वर्ग यही और नहीं तो नर्क यही

समाज किसी को शांति से जीने नहीं देता
क्योंकि वे समाज से एक कदम आगे रहे हमेशा
जब लोग धोती पहने तब वे पैंट पहने
जब लडकियाॅ मैट्रिक होने में ही शान समझती थी
तब बेटी को पोस्टग्रेजुएट बनाया

जब तुम आगे बढ़ते हो तो लोग
तुम्हारा पैर खींचने के लिए तैयार

व्याकरण के बिना भाषा नहीं
अंग्रेजी भाषा के कायल

लडका लडकी सब एक समान
सबसे दोस्त जैसा व्यवहार
जान से ज्यादा प्यार
बस वही उनकी दुनिया और समाज
बच्चों की बात को हंसकर टाल देना 
ऐसा मेरा बाप
बच्चों में बच्चा बन जाना
हिटलर शाही नहीं पसंद
गीता का भरपूर ज्ञान
ईश्वर में आस्था पर दिखावे से दूर

बडे बडो को देखा
बहुत इतराए
बहुत घमंड किए
और धराशायी भी हुए
नीचा दिखाने वाले स्वयं लज्जित
पर बाप जैसा था वैसा ही रहा
अंत में उन्हीं लोगों को कहते सुना
भाग्यशाली हैं कामता सिंह
कारण कि उन्होंने शिक्षा को तवज्जों दी
ज्ञान को प्रधानता दी

उनका वाक्य
जीवन में कुछ भी बेकार नहीं जाता
सागर की लहरें भी निशान छोड़ जाती है
ज्ञान की कोई पराकाष्ठा नहीं
सौ अमीर के बीच एक शिक्षित गरीब 
शान से खडा रह सकता है
सबसे बडी वही उसकी ताकत

आज का दिन क्या
हर दिन ही तुम्हारी याद

Happy  father's  day  
             मार्डन विचारों वाले मेरे बाबूजी

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